विद्यापीठ का संक्षिप्त इतिहास

                राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति,उच्च शिक्षा एवं शोध हेतु विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अनुभाग 3,अधिनियम 1956 के आधीन स्थापित हुआ है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं वि.अ.ए. द्वारा वित्तिय सहायता मिलता है। भारत सरकार द्वारा गठित केंद्रीय संस्कृत आयोग की 1950 मेँ अनुशंसा पर पारंपरिक संस्कृत की आधुनिक शोधशैली के साथ प्रचार-प्रसार हेतु शिक्षा मंत्रालय द्वारा तिरुपति मेँ केंद्रीय संस्कृत विद्यापीठ तथा उसकी प्रशासनिक व्यवस्था हेतु सरकार ने केंद्रीय संस्कृत विद्यापीठ तिरुपति सोसाइटी नाम से एक स्वायत्त संस्था का पंजीकरण कराया गया । विश्वविद्यालय का शिल्यान्यास 4 जनवरी,1962 को तत्कालीन उपराष्ट्रपति डा. एस. राधाकृष्णन ने 

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